भाजपा सांसद आरके सिंह ने कहा, ललित मोदी की मदद करना गुनाह
पूर्व गृहसचिव और भाजपा सांसद आरके सिंह ने बिना नाम लिए वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज पर निशाना साधा है। सिंह ने ललित मोदी प्रकरण में मोदी को भगोड़ा बताते हुए कहा है कि उसकी मदद करना गुनाह है। आरके...
पूर्व गृहसचिव और भाजपा सांसद आरके सिंह ने बिना नाम लिए वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज पर निशाना साधा है। सिंह ने ललित मोदी प्रकरण में मोदी को भगोड़ा बताते हुए कहा है कि उसकी मदद करना गुनाह है। आरके सिंह ने मंगलवार को कहा कि ललित मोदी एक भगोड़ा है और मेरी समझ से उसकी मदद करना एक गुनाह है। मैं एक बार नहीं दस बार बोलूंगा कि भगोड़े की मदद करना गलत है। भाजपा सांसद ने यहां किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन जाहिर तौर पर उनका इशारा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर है।
मारिया भी निशाने पर
मुंबई के पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया पर सीधा हमला बालते हुए आरके सिंह ने कहा कि एक भगोड़े से पुलिस कमिश्नर का मिलना पूरी तरह गलत है। सिंह से जब ललित मोदी के पासपोर्ट को रद्द करने से संबंधित सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि किसी भी इंसान को एक भगोड़े की मदद नहीं करनी चाहिए।
पायलट में संभाला मोर्चा
आरके सिंह के बयान पर कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए वसंुधरा राजे से इस्तीफे की मांग की है। भाजपा में इस मामले को लेकर दिख रही फूट पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि आरके सिंह यह कहने वाले भले ही पहले व्यक्ति हैं, लेकिन बीजेपी में ऐसे कई लोग हैं जो पार्टी की ओर से राजे का बचाव करने को गलत मानते हैं। सचिन पायलट ने कहा कि हम मुख्यमंत्री पद से वसुंधरा राजे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। बुधवार को कांग्रेस के नेता अपनी इस मांग को लेकर सड़कों पर होंगे।
ललित मोदी के लंदन जाते ही डीलिट कर दिए थे सारे ई-मेल
पूर्व आईपीएल कमिश्नर और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी ललित मोदी के मामले में नया खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि राजनेताओं और दिग्गजों से मदद पाने को लेकर चर्चा में रहे ललित मोदी के मई 2010 में लंदन जाते ही उनकी सेक्रेटरी ने अप्रैल 2010 तक के उनके सारे ई मेल डिलीट कर दिए थे।
डील और बिजनेस के बारे में मिल सकता था सुराग
सेक्रेटरी दीपा पालेकर ने जिन ई मेल्स को डिलीट कि या उनमें ललित मोदी द्वारा की गई डील और बिजनेस ट्रांजैक्शन के बारे में सुराग मिल सकता था। ई मेल्स के बारे में यह खुलासा ललित मोदी के लंदन जाने के फौरन बाद शुरू हुए इनकम टैक्स जांच में हुआ। दीपा न सिर्फ ललित मोदी के बिजनेस मामले संभालती थीं बल्कि वह उनकी 9 कंपनियों में डायरेक्टर भी थीं। दीपा ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसके पर्सनल ई-मेल अकाउंट में केवल अप्रैल 2010 के बाद के ही ई-मेल हैं, जबकि बाकी के सातों अकाउंट्स में कोई मेल ही नहीं है। जब आईटी अधिकारियों ने इस बारे में पूछताछ की तो दीपा ने कहा कि ई मेल इसलिए डिलीट कर दिए गए क्योंकि उनसे जुड़े सभी काम खत्म हो चुके थे। दूसरे अकाउंट्स के बारे में पूछे जाने पर दीपा ने बताया कि कंप्यूटर में तकनीकी समस्या के कारण सभी मेल डिलीट हो गए। डिलीट हुए ई मेल को आईटी विभाग द्वारा रिकवर किए जाने के बारे में फिलहाल कोई सूचना नहीं मिल पाई है।
कारोबार चलाने के लिए बनाए थे आठ अकाउंट
दीपा ने बताया कि उन्होंने सभी कंपनियों का कारोबार चलाने के लिए 8 ईमेल अकाउंट बनाए थे, लेकिन उनके पास मोदी के आईपीएल के चेयरमैन रहने और भारत में मौजूद होने तक की तारीख के ई मेल का कोई रिकॉर्ड नहीं है। आईटी विभाग ने मोदी इंटरटेनमेंट लिमिटेड और आनंद हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ मोदी की 10 कंपनियों की अकाउंट बुक खंगाली थी, लेकिन इनमें कुछ भी हाथ नहीं आया।