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आस्ताद देबू ने मोहा जमशेदपुर का मन

कार्निवाल की अंतिम शाम लौहनगरवासियों के लिए यादगार रही। रंग-बिरंगी लाइटों के बीच पद्मश्री पुरस्कार विजेता और मॉडर्न कथक के जनक आस्ताद देबू ने जब परफॉरमेंस शुरू किया तो सभी अचंभित रह गए। कथक में...

आस्ताद देबू ने मोहा जमशेदपुर का मन
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 21 Dec 2014 11:11 PM
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कार्निवाल की अंतिम शाम लौहनगरवासियों के लिए यादगार रही। रंग-बिरंगी लाइटों के बीच पद्मश्री पुरस्कार विजेता और मॉडर्न कथक के जनक आस्ताद देबू ने जब परफॉरमेंस शुरू किया तो सभी अचंभित रह गए।

कथक में मॉडर्न डांस का समावेश और 67 वर्ष की उम्र में नृत्य के प्रति आस्ताद देबू के जज्बे को सभी ने सलाम किया। आस्ताद देबू ने अपनी प्रस्तुति मणिपुर की रिदम डिवाइन से शुरू की। इसके बाद आस्ताद देबू की लयबद्ध ताल और नृत्य से ऐसी समां बंधी कि देखने वाले मंत्रमुग्ध हो गए।

हूटिंग करने वाले कृपया चले जाएं...
आस्ताद देबू का नृत्य शुरू होने से पहले कुछ शरारती युवा पीछे से हूटिंग कर रहे थे। ऐसे में आस्ताद को मंच से घोषणा करनी पड़ी कि जिन्हें भी नृत्य नहीं देखना है, वे यहां से कृपया चले जाएं लेकिन जो यहां बैठे हैं, उन्हें नृत्य का मजा लेने दें। लेकिन जब आस्ताद ने प्रस्तुति दी तो योग और उनके संतुलन को देखकर हूटिंग करने वाले भी तालियां बजाने से पीछे नहीं रहे।

 

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