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महाराष्ट्र और हरियाणा में दांव पर है दिग्गजों की साख

हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान जारी है। इन विधानसभा चुनावों को लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की सबसे बड़ी कसौटी के रूप में देखा जा रहा है।...

महाराष्ट्र और हरियाणा में दांव पर है दिग्गजों की साख
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 15 Oct 2014 10:50 AM
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हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान जारी है। इन विधानसभा चुनावों को लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की सबसे बड़ी कसौटी के रूप में देखा जा रहा है। महाराष्ट्र और हरियाणा में गहमागहमी भरे चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों राज्यों में विपक्ष से सत्ता छीनने के लिए भाजपा के चुनाव प्रचार की कमान संभाली और जिसे कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए पंचकोणीय मुकाबला है, जिसमें 8.25 करोड़ मतदाता 4,119 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। चुनाव में 1,699 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे अधिक 287 उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि भाजपा ने 257, शिवसेना ने 282, राकांपा ने 278 और मनसे ने 219 उम्मीदवार चुनावी समर में उतारे हैं। इस चुनाव में राज्य में लंबे समय से जारी गठबंधनों के टूटने की घटना सामने आई। कांग्रेस-राकांपा गठबंधन तथा भाजपा-शिवसेना गठबंधन टूटने के बाद चारों दल अलग अलग चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मुकाबले को पंचकोणीय बना रही है। इस चुनाव में चार प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस, भाजपा, शिवसेना और राकांपा को कसौटी पर कसा जायेगा। दूसरी ओर मनसे के प्रभाव पर भी नजर रहेगी। कांग्रेस-राकांपा गठबंधन ने महाराष्ट्र में 15 वर्षों तक शासन किया। लोकसभा चुनाव के कुछ ही समय बाद केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे का कार दुर्घटना में निधन के बाद प्रदेश में प्रभाव रखने वाले स्थानीय भाजपा नेता के अभाव के चलते मोदी ने धुंआधार प्रचार करते हुए 27 रैलियां की। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं, जबकि हरियाणा में 90 सीटें हैं।

हरियाणा में भी मोदी ने धुआंधार चुनाव प्रचार किया, जिसमें पहली बार अपने दम पर भाजपा को राज्य में सत्ता हासिल करने का लक्ष्य है। वहीं, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रचार के दौरान भूपिन्दर सिंह हुड्डा के नेतत्व में राज्य में तीसरी बार सरकार बनाना सुनिश्चित करने के लिए जोर लगाया। गौरतलब है हरियाणा में 87.37 लाख महिलाओं समेत 1.63 करोड़ मतदाता हैं, जो 16,357 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग कर 1,351 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। चुनाव में 109 महिला उम्मीदवार भी किस्मत आजमा रही हैं। मोदी ने राज्य में सिरसा, गुड़गांव, जींद, जगधारी, सोनीपत और रोहतक जैसे क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। हरियाणा में इनेलो के अभियान का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला ने किया था, जो स्वास्थ्य आधार पर नई दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आए थे। हालांकि सीबीआई द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष इस विषय को उठाने जाने के बाद उन्हें फिर जेल वापस जाना पड़ा।

महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों को लोकसभा चुनाव के बाद प्रमुख राजनीतिक दलों की लोकप्रियता की पहली बड़ी परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। चुनाव प्रचार में भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी और मोदी ने दोनों राज्यों में धुआंधार चुनाव प्रचार किया जिसके लिए उन्हें अपने प्रतिद्विन्द्वी दलों की आलोचना का सामना भी करना पडा था। महाराष्ट्र और हरियाणा में मतगणना रविवार को होगी। चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने शिवसेना की आलोचना से परहेज किया, जिससे भाजपा का 25 वर्ष पुराना गठबंधन टूट गया था। हालांकि, उन्होंने कांग्रेस और राकांपा पर जमकर निशाना साधते हुए उन्हें आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे रहने, राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया था, साथ ही गुजरात के विकास को पेश किया था। महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के दौरान हालांकि शिवसेना ने गठबंधन टूटने के विषय को उठाते हुए अपने पूर्व सहयोगी पर धोखा देने का आरोप लगाया था।

दूसरी ओर राज्य में कांग्रेस और राकांपा का 15 वर्ष पुराना गठबंधन भी टूट गया, लेकिन दोनों दल काफी हद तक एक दूसरे को निशाना बनाने से बचते रहे और अपना पूरा जोर भाजपा और मोदी पर निशाना साधने में लगया। कांग्रेस नेता हालांकि चुनाव के बाद भाजपा और राकांपा के बीच गठबंधन की संभावना के विषय को उठाया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी बाद में चुनाव प्रचार में शामिल हुए और मतदाताओं को संप्रग सरकार की ओर से उठाये कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यों के बारे में बताया। महाराष्ट्र में चुनावी समर में उतरने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष देवेन्द्र फड़नवीस और विपक्ष के नेता एकनाथ खडसे शामिल हैं।

महाराष्ट्र में भाजपा 257 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सहयोगी छोटे दल 31 सीटों पर मैदान में हैं। हरियाणा के चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा से जुड़े भूमि सौदों को लेकर पैदा विवाद पर कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और कहा कि यह 10 साल के कांग्रेस शासन के भ्रष्टाचार का प्रतीक है। उन्होंने भाजपा को बहुमत देने की अपील करते हुए कहा कि खंडित जनादेश से किसी का हित नहीं पूरा होगा। संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भिवानी जिले के तोशाम समेत तीन रैलियों को संबोधित किया। हरियाणा में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने वालों में राहुल गांधी, शकील अहमद, राज बब्बर, अमरिन्दर सिंह और मुख्यमंत्री भूपिन्दर सिंह हुड्डा शामिल हैं।

हरियाणा में अन्य प्रमुख पक्षों में तीन प्रसिद्ध लाल के परिवार शामिल हैं। इनमें जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला भी शामिल हैं। राज्य में हाल तक मुकाबला मुख्य रूप से कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल के बीच होता था, लेकिन अब इस बार कई नए दल भी मैदान में हैं । हालांकि मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर कांग्रेस, भाजपा और इनेलो को ही देखा जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस ने हरियाणा में 90-90 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किये हैं, जबकि बसपा, भाकपा और माकपा ने क्रमश: 87, 14 और 17 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।

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