अमिताभ और सचिन को लेकर एनसीपी ने उछाला प्रांतवाद का मुद्दा
महानायक अमिताभ बच्चन और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को लेकर शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने प्रांतवाद का मुद्दा उछाला है। एनसीपी के मुंबई अध्यक्ष सचिन अहिर ने महाराष्ट्र सरकार से मांग की है कि सचिन का जन्म...
महानायक अमिताभ बच्चन और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को लेकर शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने प्रांतवाद का मुद्दा उछाला है। एनसीपी के मुंबई अध्यक्ष सचिन अहिर ने महाराष्ट्र सरकार से मांग की है कि सचिन का जन्म मुंबई में हुआ है। इसलिए उन्हें महाराष्ट्र का टाइगर एम्बेसडर बनाया जाना चाहिए। अहिर ने यह भी आरोप लगाया है कि भाजपा के राजनीतिक आका को खुश करने के लिए अमिताभ से टाइगर एम्बेसडर बनने का अनुरोध किया गया।
गौरतलब है कि राज्य के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने पत्र लिखकर अमिताभ और सचिन से बाघों को बचाने के लिए टाइगर एम्बेसडर बनने का अनुरोध किया था। इसमें अमिताभ ने अग्रिम भूमिका निभाते हुए 10 अगस्त को पत्र लिखकर अपनी सहमति दे दी और वन मंत्री ने भी उनके साथ मुलाकात करके उन्हें टाइगर एम्बेसडर मान लिया। अमिताभ की सहमति के तीन दिनों बाद 13 अगस्त को सचिन ने भी अपनी सहमति जताते हुए वन मंत्री को पत्र भेजा है।
सचिन के इस पत्र के बाद एनसीपी ने इसे प्रांतवाद का रंग देने की कोशिश की है। एनसीपी नेता अहिर ने कहा है कि टाइगर एम्बेसडर के रूप में मुंबई में जन्मे सचिन को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि एक ही प्रोजेक्ट के लिए दो-दो एम्बेसडर नहीं होने चाहिए।
इधर, वन मंत्री के निजी सहायक अजय धवने ने स्पष्ट किया कि टाइगर एम्बेसडर के रूप में अमिताभ का चयन कर लिया गया है और इसकी आधिकारिक घोषणा करना बाकी है। इसलिए सचिन को टाइगर एम्बेसडर नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सचिन ने भी बाघों और वन को बचाने के लिए अपना योगदान देने की इच्छा जताई है। वन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उन्हें एम्बेसडर बनाने की योजना है। सचिन से वन मंत्री मुनगंटीवार की मुलाकात के लिए 25-26 अगस्त का समय मांगा गया है। इस मुलाकात में सचिन के योगदान की भूमिका स्पष्ट हो जाएगी।