फोटो गैलरी

Hindi Newsराहुल और विराट की शतकीय पारियों से भारत संभला

राहुल और विराट की शतकीय पारियों से भारत संभला

कप्तान विराट कोहली के सीरीज के चौथे शतक और सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के करियर के पहले शतक की मदद से भारत ने चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को करारा जवाब दिया।...

राहुल और विराट की शतकीय पारियों से भारत संभला
एजेंसीThu, 08 Jan 2015 02:49 PM
ऐप पर पढ़ें

कप्तान विराट कोहली के सीरीज के चौथे शतक और सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के करियर के पहले शतक की मदद से भारत ने चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को करारा जवाब दिया।
    
दिन की शुरुआत एक विकेट पर 71 रन से करने वाले भारत ने कोहली (नाबाद 140) और राहुल (110) की पारियों की मदद से आज 90 ओवर में 271 रन जोड़ते हुए अपना स्कोर पांच विकेट पर 342 रन तक पहुंचाया। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी सात विकेट पर 572 रन बनाने के बाद घोषित की थी।
    
भारत अब भी ऑस्ट्रेलिया से 230 रन से पीछे चल रहा है जबकि उसके पांच विकेट शेष हैं। कोहली ने अपने 33वें मैच में 10वां शतक जड़ा और इस दौरान कुछ रिकॉर्ड भी तोड़े। उन्होंने राहुल के साथ तीसरे विकेट के लिए 141 रन की साझेदारी करते हुए भारत को एससीजी पर वापसी दिलाई जिससे पिच से स्पिनरों को कुछ मदद मिल रही है।
    
दिन का खेल खत्म होने पर रिद्धिमान साहा 14 रन बनाकर कोहली का साथ निभा रहे थे। दोनों छठे विकेट के लिए 50 रन जोड़ चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया की ओर से शेन वॉटसन ने 42 जबकि मिशेल स्टार्क ने 77 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए। नेथन लायन ने 91 रन देकर एक विकेट हासिल किया जबकि रयान हैरिस (बिना विकेट के 63 रन), जोश हेजलवुड (बिना विकेट के 45 रन) और कप्तान स्टीवन स्मिथ (बिना विकेट के 17 रन) को कोई विकेट नहीं मिला।
     
भारत को अगर सीरीज में 0-3 की हार से बचना है तो ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त लेने से रोकना होगा और ऐसे में टीम की उम्मीदों का दारोमदार कप्तान कोहली है पर है जो अब तक 214 गेंद का सामना करते हुए 20 चौके जड़ चुके हैं।

कोहली इस बीच कप्तान के रूप में अपनी पहली तीन पारियों में शतक जड़ने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज बने। ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल ने कप्तान के रूप में अपनी पहली दो पारियों में 1975 में ब्रिसबेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो शतक जड़े थे।
    
कोहली साथ ही ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बने। उन्होंने दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को पीछे छोड़ा जिन्होंने 2003-04 दौरे के दौरान आठ पारियों में 619 रन बनाए थे।
    
मैच की शुरुआत 499 रन से करने वाले कोहली अब तक सीरीज की सात पारियों में 639 रन बना चुके हैं।
भारतीय कप्तान कोहली हालांकि भाग्यशाली भी रहे जब 59 रन के निजी स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने दूसरी स्लिप में उनका कैच छोड़ा।
    
अपना सिर्फ दूसरा टेस्ट खेल रहे 22 वर्षीय राहुल ने ठोस बल्लेबाजी लेकिन वह कम से कम दो बार भाग्यशाली रहे जिसमें एक बार पर स्मिथ ने उनका कैच भी टपकाया जब वह 46 रन बनाकर खेल रहे थे।
    
कोहली और राहुल भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा रहे थे लेकिन अंतिम सत्र में सलामी बल्लेबाज राहुल ने स्टार्क को उन्हीं की गेंद पर कैच थमा दिया। उन्होंने 262 गेंद की अपनी पारी में 13 चौके और एक छक्का मारा।
    
राहुल के पवेलियन लौटने पर क्रीज पर उतने अजिंक्य रहाणे (13) और कोहली ने चौथे विकेट के लिए 50 रन जोड़े।
    
कोहली ने पारी के 97वें ओवर में 162 गेंद में सीरीज का अपना चौथा और कुल 10वां टेस्ट शतक पूरा किया। वह इसके साथ ही सुनील गावस्कर (1971 और 19780-79 में वेस्टइंडीज के खिलाफ) के बाद किसी टेस्ट सीरीज में चार शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने।
    
कोहली साथ ही हर्बर्ट सुटक्लिफे (1924-25) और वॉल्टर हेमंड (1928-29) के बाद ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं किसी सीरीज में चार टेस्ट शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने।
    
इसके बाद हालांकि भारत को दोहरे झटके लगे जब वॉटसन ने पारी के 100वें ओवर में लगातार गेंदों पर रहाणे और सुरेश रैना (0) को पवेलियन भेजा। वॉटसन ने रहाणे को पगबाधा आउट किया जबकि अगली गेंद पर रैना को विकेट के पीछे कैच कराया।
    
साहा ने इसके बाद वॉटसन को हैट्रिक से रोका और दिन का खेल खत्म होने तक कप्तान के साथ मिलकर भारत को और झटके नहीं लगने दिए। भारत अब भी फॉलोऑन टालने से 31 रन दूर है।
    
इससे पहले लंच के बाद राहुल और कोहली ने स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की क्योंकि पिच से गेंदबाजों को मदद नहीं मिल रही थी और गेंद बल्ले पर आ रही थी। सुबह के सत्र में धीमी बल्लेबाजी के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने दूसरे सत्र में आसानी से रन बटोरे।
     
भारत ने लंच से पहले दो घंटे में केवल 51 रन जोड़े लेकिन दूसरे सत्र में कोहली और राहुल ने पहले घंटे में ही 45 रन बटोरे जबकि दूसरे घंटे में 67 रन और जोड़कर रन गति बेहतर की। इसका श्रेय काफी हद तक कोहली को जाता है जिन्होंने पारी के 80वें ओवर में 108 गेंद में अर्धशतक जड़ा।
     
कोहली भी हालांकि भाग्यशाली रहे जब स्मिथ ने 83वें ओवर में स्टार्क की गेंद पर स्लिप में दूसरा कैच टपकाया। कोहली इस समय 59 रन बनाकर खेल रहे थे। दूसरी तरफ मेलबर्न में निराशाजनक पदार्पण करने वाले राहुल ने चाय से पूर्व के अंतिम ओवर में 253 गेंद में अपने करियर का पहला शतक पूरा किया।
     
सुबह के सत्र में भारत ने रोहित शर्मा के रूप में एकमात्र विकेट गंवाया जिन्होंने 133 गेंद में 53 रन की पारी खेली। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने सुबह स्टीक लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी की जिससे भारतीय बल्लेबाजों को रन बनाने में परेशानी हुई। पहले घंटे के 15 ओवर में भारतीय बल्लेबाज सिर्फ 19 रन ही जोड़ पाए और इस दौरान सिर्फ तीन चौके लगे जिसमें से दो राहुल जबकि एक रोहित ने जड़ा।
     
सुबह के सत्र का दूसरा घंटा हालांकि रोमांचक रहा। स्मिथ ने लायन को गेंद थमाई और यह स्पिनर पिच पर बने पैर के निशानों से उछाल और स्पिन हासिल करने में सफल रहा। लायन ने 44वें ओवर में राहुल के खिलाफ कैच की विश्वसनीय अपील की लेकिन अंपायर ने इसे ठुकरा दिया। रीप्ले में हालांकि दिखा कि संभवत: गेंद बल्ले से टकराकर शॉर्ट लेग में जो बर्न्स के पास गई थी। लायन ने हालांकि इसी ओवर की चौथी गेंद पर रोहित की पारी का अंत कर दिया।
     
रोहित ने लायन की पहली ही गेंद खेली थी और इसे स्वीप करने की कोशिश में वह विकेटों पर खेल गए। यह बल्लेबाज अपने इस शॉट से काफी निराश था क्योंकि रयान हैरिस के पिछले ओवर में ही उन्होंने 132 गेंद में अपना दूसरा टेस्ट अर्धशतक बनाया था।
     
लायन ने पहली ही गेंद पर कोहली को परेशान किया। ऑस्ट्रेलिया को इसके बाद राहुल को रन आउट करने का मौका मिला लेकिन स्थानापन्न खिलाड़ी पैट कमिंस ने गलत छोर पर थ्रो किया।
     
राहुल को 46 रन के स्कोर पर तीसरा जीवनदान मिला जब 53वें ओवर में वह शेन वॉटसन की गेंद को हवा में लहरा गए लेकिन पहली स्लिप से पीछे की ओर भागते हुए स्मिथ उनका कैच नहीं लपक पाए क्योंकि उनके ऊपर लहरा रहे स्पाइडर कैम ने उनका ध्यान भंग कर दिया।
     
राहुल ने इसके बाद अगले ओवर में चौके के साथ 161 गेंद में अपना पहला अर्धशतक पूरा किया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें