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इंग्लैंड का विशाल स्कोर, भारत को शुरुआती झटका

गैरी बैलेन्स और इयान बेल की बड़ी शतकीय पारियों से पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा करने वाले इंग्लैंड ने आज दूसरे दिन शुरू में ही भारत को झटका देकर तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर...

इंग्लैंड का विशाल स्कोर, भारत को शुरुआती झटका
एजेंसीMon, 28 Jul 2014 11:13 PM
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गैरी बैलेन्स और इयान बेल की बड़ी शतकीय पारियों से पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा करने वाले इंग्लैंड ने आज दूसरे दिन शुरू में ही भारत को झटका देकर तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर ली। 

बेल ने एकाग्रता, आक्रामकता और कौशल का शानदार नमूना पेश करके 167 रन बनाये। इस 32 वर्षीय बल्लेबाज ने इस बीच कल शतक जड़ने वाले बैलेन्स (156) के साथ तीसरे विकेट के लिये 142 और विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर (85) के साथ छठे विकेट के लिये 106 रन की साझेदारी की। बटलर अपने पहले टेस्ट मैच में शतक बनाने से चूक गये और उनके आउट होने के तुरंत बाद एलिस्टेयर कुक ने सात विकेट पर 569 रन के स्कोर पर पारी समाप्त घोषित कर दी।

भारत ने इसके जवाब में तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर 25 रन बनाये हैं और वह अब भी इंग्लैंड से 544 रन पीछे है। स्टंप उखड़ने के समय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय 11 और चेतेश्वर पुजारा चार रन बनाकर खेल रहे थे।
शिखर धवन (6) फिर से नाकाम रहे। जेम्स एंडरसन की बाहर की तरफ स्विंग होती गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप में कुक के सुरक्षित हाथों चली गयी। धवन इस श्रंखला में अभी तक पांच पारियों में केवल 85 रन बना पाये हैं।

इससे पहले रविंद्र जडेजा पर छक्का जड़कर शतक पूरा करने वाले बेल ने अपनी पारी के दौरान 7000 टेस्ट रन भी पूरे किये। उन्होंने पारी के 159वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर मिड आफ पर खड़े पंकज सिंह को कैच थमाया। बेल ने अपनी पारी में 256 गेंद खेली तथा 19 चौके और तीन छक्के लगाये।

भुवनेश्वर का यह तीसरा विकेट था जो भारत की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 101 रन देकर तीन विकेट लिये। जडेजा ने 153 रन देकर दो विकेट जबकि रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी ने एक एक विकेट लिया। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे पंकज सिंह ने 146 रन दिये लेकिन उन्हें विकेट नहीं मिला।

भारतीय गेंदबाज पहले दो टेस्ट मैचों की तरह अनुशासित गेंदबाजी नहीं कर पाये और इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रन बनाने में कोई दिक्कत नहीं हुई। इंग्लैंड ने सुबह दो विकेट पर 247 रन से आगे खेलना शुरू किया। उन्होंने पहले सत्र में 29 ओवर में 111 रन जोड़े और इस बीच बैलेन्स का विकेट गंवाया जो कि दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से पवेलियन लौटे। बैलेन्स की 288 गेंद की पारी में 24 चौके शामिल हैं।

महेंद्र सिंह धौनी ने दूसरे सत्र में गेंदबाजी में लगातार बदलाव की रणनीति अपनायी। इससे रन गति धीमी पड़ी और इस बीच भारत जो रूट (3) और मोइन अली (12) के विकेट लेने में भी सफल रहा। इन दोनों को भुवनेश्वर ने आउट किया। इंग्लैंड ने इस सत्र में 26 ओवर में केवल 67 रन ही बना पाया। तीसरे सत्र में पारी समाप्त घोषित करने से पहले इंग्लिश टीम ने केवल 18.3 ओवर में 144 रन ठोके।

सुबह बेल ने कुछ देर गेंदबाजों को परखने के बाद आक्रामकता दिखायी। उन्होंने यहां तक कि जडेजा पर मैच का पहला छक्का भी जड़ा। बैलेन्स ने शानदार फार्म बरकरार रखते हुए 115वें ओवर में 23वें चौके की मदद से अपने करियर में पहली बार 150 रन पूरे किये।

धौनी ने ऐसे समय में रोहित को गेंद थमायी और वह लंच से दो ओवर पहले बैलेन्स को आउट करने में सफल रहे। तेजी से घूमती गेंद में थोड़ा उछाल था। वह बैलेन्स के थाई पैड से टकराकर विकेट के पीछे गयी और धौनी ने अच्छी तरह से उसे कैच किया। भारतीयों की अपील पर अंपायर राड टकर की उंगली उठ गयी और इस तरह से रोहित अपना पहला टेस्ट विकेट लेने में सफल रहे।

भारतीय कप्तान ने लंच के बाद पहले घंटे में शमी, पंकज और भुवनेश्वर को लगातार रोटेट किया गया। गेंदबाजी में लगातार बदलाव का फायदा 128वें ओवर में मिला जब भुवनेश्वर ने रूट को आउट किया। इस बीच रन गति भी धीमी पड़ी और 13 ओवर में केवल 30 रन बने। धोनी ने ड्रिंक्स ब्रेक के बाद भी अपनी यह रणनीति जारी रखी लेकिन उन्होंने एक छोर से जडेजा को भी गेंद सौंप दी थी।

बेल ने हालांकि इस नकारात्मक रणनीति का करारा जवाब दिया। उन्होंने पारी के 135वें ओवर में जडेजा पर छक्का जड़कर 179 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। उन्होंने इसी ओवर की अगली तीन गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। भुवनेश्वर ने इसके बाद मोइन को शार्ट पिच गेंद पर आउट किया। वह बटलर के रूप में अपना तीसरा विकेट भी ले लेते लेकिन तीसरे अंपायर ने उन्हें नाट आउट दिया। तब अंजिक्य रहाणे ने दूसरी स्लिप में काफी नीचे रहता हुआ कैच लिया था। बटलर ने उस समय खाता भी नहीं खोला था।

बटलर ने चाय के विश्राम के बाद बेल के साथ तेजी दिखायी। उन्होंने जडेजा पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 500 रन के पार पहुंचाया। इससे पहले जब वह 23 रन पर थे तब शमी की गेंद पर स्लिप में शिखर धवन ने उन्हें जीवनदान दिया। उन्होंने 64 गेंद पर अपना पहला अर्धशतक पूरा किया।

बेल के आउट होने के बाद बटलर पंकज के एक ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाया। वह बीच में रन आउट होने से भी बचे लेकिन जडेजा पर पुल करने के प्रयास में गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में समा गयी। बटलर ने 83 गेंद खेली और नौ चौके और तीन छक्के लगाये।

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