शीर्ष पर अपना स्थान मजबूत करने उतरेगा पंजाब
नॉकआउट चरण में पहले ही जगह बना चुकी किंग्स इलेवन पंजाब रविवार को यहां दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ महज औपचारिकता के मुकाबले में एक और जीत के साथ शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत करने के इरादे से...
नॉकआउट चरण में पहले ही जगह बना चुकी किंग्स इलेवन पंजाब रविवार को यहां दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ महज औपचारिकता के मुकाबले में एक और जीत के साथ शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत करने के इरादे से उतरेगी।
आईपीएल सात की अब तक सबसे मजबूत टीम रही किंग्स इलेवन पंजाब 13 में से 10 मुकाबले जीतकर 20 अंक के साथ शीर्ष पर चल रही है। दूसरी तरफ दिल्ली की टीम 13 में से दो मुकाबले जीतकर अंतिम पायदान पर है।
पंजाब की टीम ने कल यहां राजस्थान रॉयल्स को 16 रन से हराकर एक बार फिर अपना दबदबा दिखाया। दूसरी तरफ कल ही दिल्ली को मुंबई इंडियंस के हाथों 15 रन की शिकस्त का सामना करना पड़ा। बेहद खराब फॉर्म से जूझ रही दिल्ली की राह कल भी आसान नहीं रहने वाली, क्योंकि उसे ऐसी टीम का सामना करना है जो खेल के प्रत्येक विभाग में शानदार प्रदर्शन कर रही है।
इस सत्र में पंजाब की बल्लेबाजी उसकी जीत की कुंजी रही है। मनन वोहरा जैसे युवा घरेलू खिलाड़ियों ने ग्लेन मैक्सवेल, डेविड मिलर, वीरेंद्र सहवाग और कप्तान जॉर्ज बैली के साथ मिलकर टीम की जीत में अहम भूमिकाएं निभाई हैं। बल्लेबाजी या गेंदबाजी में मौका दिए जाने पर बैंच पर बैठे खिलाड़ियों ने भी अपनी प्रतिभा साबित की है।
कल रात टीम की ओर से लेग स्पिनर करणवीर सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया और चार ओवर में 16 रन देकर दो विकेट चटकाए। युवा गेंदबाजों अक्षर पटेल, ऋषि धवन और संदीप शर्मा ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। पंजाब की टीम अब कल के मैच में कुछ खिलाड़ियों के साथ प्रयोग करना चाहेगी, क्योंकि इससे उसे अपनी बेंच स्ट्रैंथ को आजमाने का मौका मिलेगा।
दूसरी तरफ, दिल्ली का अभियान मौजूदा सत्र में मुश्किलों में घिरा रहा। टीम के बल्लेबाज एकजुट होकर प्रदर्शन करने में नाकाम रहे, जबकि गेंदबाजी बिलकुल भी प्रभावशाली नहीं रही। दिल्ली की बल्लेबाजी कप्तान केविन पीटरसन, दक्षिण अफ्रीका के जेपी डुमिनी और दिनेश कार्तिक पर काफी निर्भर है, लेकिन मुरली विजय, मनोज तिवारी, रॉस टेलर और क्विंटन डि काक अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं।
गेंदबाजी विभाग में मोहम्मद शमी ने अब तक निराश किया है, जबकि वायने पार्नेल और जयदेव उनादकट भी प्रभावी प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने हालांकि कल मुंबई के खिलाफ 37 रन पर तीन विकेट चटकाकर प्रभावी प्रदर्शन किया। पंजाब की टीम शीर्ष पर होने के बावजूद कोई कोताही नहीं बरतना चाहेगी, जबकि दिल्ली की टीम शर्मसार होने से बचने के लिए जीत के साथ विदाई लेना चाहेगी।