फोटो गैलरी

Hindi Newsविश्व कप से पहले अंतिम एकादश को पहचानना जरूरी : धौनी

विश्व कप से पहले अंतिम एकादश को पहचानना जरूरी : धौनी

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने आज कहा कि विश्व कप से पहले अंतिम एकादश को पहचानने के लिये हर मैच जीतना जरूरी है।      उन्होंने कहा, यदि आप दो मैच जीत भी लेते हैं लेकिन विश्व...

विश्व कप से पहले अंतिम एकादश को पहचानना जरूरी : धौनी
एजेंसीThu, 29 Jan 2015 03:31 PM
ऐप पर पढ़ें

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने आज कहा कि विश्व कप से पहले अंतिम एकादश को पहचानने के लिये हर मैच जीतना जरूरी है।
    
उन्होंने कहा, यदि आप दो मैच जीत भी लेते हैं लेकिन विश्व कप के लिये अंतिम एकादश को लेकर निश्चिंत नहीं है तो इससे आपके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। यदि सभी फिट हैं तो आपके दिमाग में पहली एकादश का खाका होना चाहिये और हालात को देखते हुए दूसरी एकादश भी पता होनी चाहिये क्योंकि विकेट अलग-अलग होंगे।
    
इंग्लैंड के खिलाफ वाका पर शुक्रवार को होने वाले मैच से पहले उन्होंने कहा, आखिर में हमें उन 15 खिलाड़ियों को उतारना हैं जो फिट हैं और फॉर्म में हैं।
    
त्रिकोणीय एक दिवसीय सीरीज में अभी तक एक भी मैच जीतने में नाकाम रही भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में बारिश के कारण ड्रॉ रहे मैच से दो अंक मिले। अब उसे फाइनल में पहुंचने के लिये कल इंग्लैंड को हर हालत में हराना होगा।
    
धौनी ने कहा कि हमारे लिये हर मैच महत्वपूर्ण है। हमें रन बनाना होगा और विकेट लेने होंगे। पिछले कुछ मैचों में हम ऐसा नहीं कर सके। हमने साझेदारियां बनाई लेकिन उनका फायदा नहीं उठा सके। उन्होंने कहा कि हमें आखिरी 10.12 ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी।
   
इंग्लैंड ने पिछले मैच में भारत पर एक बोनस अंक के साथ जीत दर्ज की थी और धौनी का मानना है कि इंग्लैंड को मनोवैज्ञानिक फायदा होगा लेकिन यह नया मैच है।

धौनी ने कहा कि उन्हें इंग्लैंड में वनडे में भी मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल थी लेकिन हमने अभ्यास सत्रों का पूरा फायदा उठाया। ऐसा नहीं है कि वाका पर गेंद 15 या 20 किलोमीटर और तेजी से आती है। यदि आप 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करेंगे तो वह उसी गति से आयेगी लेकिन यहां दूसरी ऑस्ट्रेलियाई विकेटों की तुलना में उछाल अधिक है।
    
पहले मैच में भारत 267 रन बनाने के बाद भी हार गया लेकिन दूसरे मैच में टीम 153 रन पर आउट हो गई। धौनी ने हालांकि अपने बल्लेबाजों का बचाव किया। उन्होंने कहा कि यदि आप ब्रिसबेन में वनडे विकेट को देखें तो वह टेस्ट विकेट से अलग थी। उसमें उछाल थी लेकिन गति नहीं थी। इसके अलावा वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजों के लिये अपने स्ट्रोक्स खेलना जरूरी है। यह जोखिम कई बार अनुकूल रहता है तो कई बार नहीं।
     
शीर्षक्रम पर रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी और शिखर धवन का खराब फॉर्म चिंता का सबब रहा है लेकिन धौनी ने कहा कि मध्यक्रम को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि शीर्षक्रम का फॉर्म चिंता का सबब नहीं है। हमने मध्यक्रम में भी कई विकेट गंवाये हैं जिससे टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिल सकी है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें