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पिछले तीन साल से शतक नहीं लगा पाए हैं सचिन

सचिन तेंदुलकर ने भले ही पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा किया लेकिन यह स्टार बल्लेबाज पिछले तीन साल से टेस्ट मैचों में शतक नहीं लगा पाया...

पिछले तीन साल से शतक नहीं लगा पाए हैं सचिन
Wed, 20 Feb 2013 05:19 PM
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सचिन तेंदुलकर ने भले ही पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा किया लेकिन यह स्टार बल्लेबाज पिछले तीन साल से टेस्ट मैचों में शतक नहीं लगा पाया है।

तेंदुलकर ने 16 मार्च 2012 को बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में वनडे मैच में अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया था लेकिन टेस्ट मैचों में उन्होंने आखिरी सैकड़ा चार जनवरी 2010 को लगाया था। इसके बाद से वह 31 पारियों में शतक नहीं लगा पाए। इस बीच दो बार वह जरूर नर्वस नाइंटीज के शिकार बने थे।

तेंदुलकर ने अपने करियर में शतक के लिए कभी इतना लंबा इंतजार नहीं किया और वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 जनवरी से शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की सीरीज में बड़ी पारियां खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने हाल में ईरानी कप में शतक लगाया और ऑस्ट्रेलियाई टीम भी रनों की उनकी भूख देखकर चिंतित है।

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि उनकी टीम के लिए अब भी तेंदुलकर का विकेट सबसे महत्वपूर्ण होगा। क्लार्क के अनुसार, सचिन ने हाल में शतक लगाया था इसलिए मुझे लगता है कि वह शानदार फार्म में हैं। भारत के लिए वह बहुत बड़ा खिलाड़ी है और हम उन्हें जल्द से जल्द आउट करने की कोशिश करेंगे क्योंकि वह जानता है कि कैसे ढेरों रन और बड़े शतक बनाए जाते हैं।

पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री का मानना है कि पिछले कई मैचों में शतक नहीं लगा पाने के कारण तेंदुलकर की रनों के लिए अधिक भूखा होगा और ऐसे में वह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर हावी होने की कोशिश करेगा। शास्त्री ने कहा कि वह भूखा होगा। वह वास्तव में भूखा होगा। यदि ऑस्ट्रेलिया उन्हें पहले दो मैचों में रन बनाने देता है तो यह तेंदुलकर के लिए बहुत बड़ी सीरीज होगी।

जहां तक अनुभव की बात है तो तेंदुलकर पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पर भारी पड़ता है। तेंदुलकर ने अब तक 194 टेस्ट मैचों में 15,645 रन बनाए हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया की 17 सदस्यीय टीम के सभी खिलाड़ियों के कुल टेस्ट रनों की संख्या 16233 ही बनती है। वह इस सीरीज में भाग ले रहे खिलाड़ियों में अकेले बल्लेबाज हैं जिनके नाम पर 25,000 से अधिक प्रथम श्रेणी रन दर्ज हैं।

ऑस्ट्रेलियाई  लामी बल्लेबाज डेविड वार्नर के शब्दों में, मुझे लगता है कि जिस खिलाड़ी ने प्रथम श्रेणी में 25,000 रन बनाए हैं, वह महान है। उनके आंकड़े बताते हैं कि उन्हें कितना अनुभव है। वह मैच में 100 गेंद में या 200 गेंद में 100 रन बना सकते हैं।

तेंदुलकर के नाम पर अभी 51 टेस्ट शतक दर्ज हैं। इनमें से उन्होंने 11 शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाए हैं। इस सीरीज में वह जैक हाब्स के 12 शतकों के रिकार्ड को तोड़ने की कोशिश करेंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वाधिक रन (3636) बनाने का रिकार्ड भी हाब्स के नाम ही दर्ज है और तेंदुलकर उनसे केवल 198 रन पीछे हैं।

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