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पैटिनसन के झटकों से सचिन ने भारत को संभाला

सचिन तेंदुलकर ने अपने अनुभव और कौशल का बेहतरीन नमूना पेश करके शनिवार को भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन जेम्स पैटिनसन के शुरुआती झटकों से उबारा। तेंदुलकर नाबाद 71 रन बनाकर खेल...

पैटिनसन के झटकों से सचिन ने भारत को संभाला
एजेंसीSat, 23 Feb 2013 05:11 PM
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सचिन तेंदुलकर ने अपने अनुभव और कौशल का बेहतरीन नमूना पेश करके शनिवार को भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन जेम्स पैटिनसन के शुरुआती झटकों से उबारा।

तेंदुलकर नाबाद 71 रन बनाकर खेल रहे हैं जिससे भारत ने खराब शुरुआत से उबरकर दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी पहली पारी में तीन विकेट पर 182 रन बनाए। इससे पहले कप्तान माइकल क्लार्क के 130 रन की मदद से ऑस्ट्रेलिया अपनी पहली पारी में 380 रन तक पहुंचने में सफल रहा। भारत के लिए ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 103 रन देकर सात विकेट लिए।
 
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। मुरली विजय (10) और वीरेंद्र सहवाग (2) के पवेलियन लौटने से स्कोर दो विकेट पर 12 रन हो गया। तेंदुलकर ने पहले चेतेश्वर पुजारा (44) के साथ तीसरे विकेट के लिए  93 रन और फिर विराट कोहली (नाबाद 50) के साथ चौथे विकेट के लिए 77 रन की अटूट साझेदारी करके स्थिति संभाली। पैटिनसन ने अब तक छह ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट लिए हैं।

विजय और सहवाग को पैटिनसन ने बोल्ड किया। इस तेज गेंदबाज ने दूसरे सत्र में केवल तीन ओवर किए और 16 रन देकर देकर दो विकेट लिए। विजय आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। वह पैटिनसन की तेजी को नहीं भांप पाए और फुललेंथ गेंद को ड्राइव करने के प्रयास में अपने विकेटों पर खेल गए।
 
सहवाग भी तुरंत ही पवेलियन लौट गए। वह हालांकि अजीबोगरीब तरीके से बोल्ड हुए। पैटिनसन की गेंद उन्होंने रक्षात्मक तरीके से खेली जो जमीन से लगने के बाद क्रीज के अंदर ही उछल गई और ऊपर से लेग स्टंप की गिल्ली पर गिर गई।
 
पुजारा और तेंदुलकर ने इसके बाद पूरी दृढ़ता से बल्लेबाजी की। इन दोनों ने संयम दिखाने के अलावा कुछ उम्दा शॉट भी लगाए। तेंदुलकर ने आते ही पैटिनसन पर तीन चौके जड़े। उन्होंने अब तक अपनी पारी में 128 गेंदों का सामना करके छह चौके लगाए हैं।

पैटिनसन को तीसरे सत्र में फिर से तीन ओवर के लिए गेंद सौंपी गई और उन्होंने पुजारा को बोल्ड करके भारत को तीसरा झटका दिया। पैटिनसन की 140 किमी की रफ्तार से की गई गेंद नीचे रहती हुई पुजारा का मिडिल स्टंप उखाड़ गई। पुजारा ने 74 गेंद खेली और छह चौके लगाए।
 
तेंदुलकर ने एक छोर संभाले रखा। उन्होंने इस बीच अपना 67वां अर्धशतक पूरा किया। मास्टर ब्लास्टर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 27वीं बार 50 या इससे अधिक का स्कोर बनाकर इंग्लैंड के जैक हाब्स के रिकार्ड की बराबरी की। उन्होंने अपनी पारी के दौरान भारतीय सरजमीं पर 7000 रन भी पूरे किए। वह रिकी पोंटिंग के बाद स्वदेश में 7000 रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं।

दिन का खेल समाप्त होने से कुछ देर पहले अपना छठा अर्धशतक पूरा करने वाले कोहली ने अपनी ख्याति के अनुरूप प्रवाहमय बल्लेबाजी की। वह अभी तक 84 गेंद खेलकर सात चौके जड़ चुके हैं।

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने सुबह सात विकेट पर 316 रन से आगे खेलते हुए 38 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों का सामना किया और इस बीच 64 रन जोड़े। हालांकि कुछ फैसले फिर से उनके पक्ष में गए जिससे भारत को निराशा हाथ लगी। क्लार्क के 130 रन भारतीय सरजमीं पर किसी भी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का सर्वोच्च स्कोर है।

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