फोटो गैलरी

Hindi Newsजानबूझकर ऋण न चूकाने वालों को बाजार से रोके सेबी आरबीआई

जानबूझकर ऋण न चूकाने वालों को बाजार से रोके सेबी: आरबीआई

बैंकों का पैसा मारने वालों पर नकेल कसने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पूंजी बाजार नियामक सेबी को भी ऐसी इकाइयों को बाजार से पूंजी जुटाने से रोकने का सुझाव दिया है जो जानबूझ कर बैंकों का कर्ज...

जानबूझकर ऋण न चूकाने वालों को बाजार से रोके सेबी: आरबीआई
एजेंसीTue, 29 Jul 2014 05:05 PM
ऐप पर पढ़ें

बैंकों का पैसा मारने वालों पर नकेल कसने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पूंजी बाजार नियामक सेबी को भी ऐसी इकाइयों को बाजार से पूंजी जुटाने से रोकने का सुझाव दिया है जो जानबूझ कर बैंकों का कर्ज वापस नहीं कर रही हैं।

सूत्रों ने बताया कि रिजर्व बैंक ऋण अदायगी में जानबूझ कर चूक करने वाली ऐसी इकाइयों के बारे में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को तत्काल पूरी सूचना महैया कराने के तरीके पर विचार कर रहा है। इस सुझाव पर अमल हो तो इसके बाद इन चूककर्ताओं को सेबी के अधिकार क्षेत्र में आने वाले शेयर और अन्य बाजारों प्रतिभूतियां जारी कर या अन्य तरीके से धन जुटाने से रोका जा सकता है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस मामले पर अभी सेबी में विचार होना बाकी है और आखिरी फैसला मौजूदा नियामों के विभिन्न प्रावधानों और सभी संबद्ध पक्षों के विचारों को ध्यान रखकर किया गया। फिलहाल जानबूझकर बैंक ऋण न चुकाने वालों की जानकारी सेबी और साख सूचना एजेंसी सिबिल जैसी अन्य संस्थाओं के साथ तिमाही आधार पर साझा की जाती है।

मौजूदा ऋण न चुका कर दूसरे साधनों से धन जुटाने से रोकने के लिए आरबीआई यह भी चाहता है कि सिबिल और अन्य साख सूचना एजेंसियों को ऐसी इकाइयों के नाम और सूचनाएं वास्तविक समय के आधार पर उपलब्ध हो जाएं या किसी बैंक द्वारा चूककर्ता घोषित किए जाने के तुरंत बाद मिल जाए। यह प्रस्ताव तब आया है जबकि बैंकिंग प्रणाली में एनपीए बढ़ रहा है विशेष तौर पर जानबूझकर चूक करने वालों की संख्या बढ़ रही है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें