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Hindi Newssensex ends in green nifty at 7954 post rbi policy

शेयर बाजार में GDP आंकड़ों पर भारी पड़ी रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति

रिजर्व बैंक के मौद्रिक नीति में ब्याज दरें यथावत रखने और आने वाले समय में महंगाई बढ़ने और वैश्विक मंदी जारी रहने की चेतावनियों से उतार-चढ़ाव से होता हुआ सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन मामूली बढ़त के साथ बंद...

शेयर बाजार में GDP आंकड़ों पर भारी पड़ी रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति
एजेंसीTue, 01 Dec 2015 05:27 PM
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रिजर्व बैंक के मौद्रिक नीति में ब्याज दरें यथावत रखने और आने वाले समय में महंगाई बढ़ने और वैश्विक मंदी जारी रहने की चेतावनियों से उतार-चढ़ाव से होता हुआ सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ।

वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में जीडीपी के 7.4 फीसदी बढ़ने से बीएसई के सेंसेक्स ने मजबूत शुरुआत की, लेकिन, आरबीआई के बयान से निराशा हाथ लगने और नवंबर में विनिर्माण गतिविधियां 25 माह के निचले स्तर पर रहने के कारण दोपहर से पहले यह अचानक गोता लगाकर लाल निशान में चला गया।

इसके बाद दिन भर बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहा और निवेशकों की सतर्क लिवाली से कारोबार के अंत में सेंसेक्स 23.74 अंक अर्थात 0.09 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 26169.41 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी सोमवार को मामूली गिरावट से उबरकर 19.65 अंक यानि 0.25 फीसदी बढ़कर 7954.90 अंक पर रहा।

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा सोमवार को जारी अनुमान के अनुसार, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के 25.66 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर इस साल 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में 27.57 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस प्रकार इसमें 7.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।

वहीं, रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा में  रेपो दर 6.75 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 5.75 फीसदी पर यथावत रखा। साथ ही नए ऑर्डर और उत्पादन की सुस्ती के कारण देश के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियां नवंबर में 25 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गयीं और इसका निक्की पर्र्चेंजग मैनेजर्स इंडेक्स घटकर 50.3 पर रह गया।

इन आंकड़ों से अन्य के साथ ब्याज के प्रति संवेदनशील बैंकिंग और ऑटो जैसे समूहों में बिकवाली देखी गई। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के चीन की मुद्रा युआन को विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) वाली मुद्राओं में शामिल करने के फैसले से एशियाई बाजारों में 1.75 फीसदी की तेजी से घरेलू बाजार में धातु समूह में सबसे अधिक 3.30 फीसदी की बढ़त रही। जापान का निक्की 1.34 फीसदी, हांगकांग का हैंगसैंग 1.75, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.60, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.36 और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.43 फीसदी मजबूत रहा।

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