एयरटेल बनी दुनिया की तीसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी
भारत के साथ ही दक्षिण एशिया और अफ्रीका के 20 देशों में दूरसंचार सेवायें देने वाली कंपनी भारती एयरटेल 30.3 करोड़ ग्राहकों के साथ दुनिया की तीसरी बड़ टेलीकॉम कंपनी बन गयी है। कंपनी ने बताया कि दो...
भारत के साथ ही दक्षिण एशिया और अफ्रीका के 20 देशों में दूरसंचार सेवायें देने वाली कंपनी भारती एयरटेल 30.3 करोड़ ग्राहकों के साथ दुनिया की तीसरी बड़ टेलीकॉम कंपनी बन गयी है।
कंपनी ने बताया कि दो दशक के परिचालन में उसने यह मुकाम हासिल किया है और अब एयरटेल उभरते हुये देशों का एक प्रमुख ब्रांड बन गया है। ग्राहक और राजस्व के आधार पर एयरटेल भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है और वह टूजी, थ्रीजी और 4जी सेवायें दे रही है।
अफ्रीका के सबसे अधिक देशों में एयरटेल सेवायें दे रही है और थ्रीजी एवं एम. कॉमर्स का उसका सबसे बड़ा नेटवर्क है। दुनिया के 20 देशों में एयरटेल के नेटवर्क के दायरे में 1.85 अरब की आबादी है। वित्त वर्ष 15 में उसके नेटवर्क पर 123 लाख करोड़ वॉयस मिनट का उपयोग किया गया और 333 पेटाबइट (पीबी) डाटा का उपयोग किया गया है।
वर्ल्ड सेलुलर इंफोर्मेशन सर्विस के आंकड़ों के अनुसार चाइना मोबाइल 62.62 करोड़ उपभोक्ताओं के साथ दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बनी हुयी है। दूसरे स्थान पर ब्रिटेन की वोडाफोन है जिसके दुनिया भर में 40.30 करोड़ ग्राहक हैं। चाइना यूनिकॉम 29.90 करोड़ ग्राहकों के साथ चौथे और अमेरिका मोविल 27.41 करोड़ उपभोक्ताओं के साथ दुनिया की पांच प्रमुख कंपनियों में शामिल है।
कंपनी के अध्यक्ष सुनिल भारती मित्तल ने कहा कि एयरटेल के लिए यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है और इससे हमारे बिजनेस मॉडल की मजबूती और ब्रांड के महत्व का पता चलता है। वर्तमान में एयरटेल वैश्विक स्तर पर अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्र में निर्बाध अपनी सेवायें दे रही है और सभी ग्राहकों को एकसमान वैश्विक सेवायें दी जा रही है।
उन्होंने इस उपलब्धि के लिए कर्मचारियों और कारोबारी साझेदारों को धन्यवाद देते हुये कहा कि इससे अब सब कुछ और बेहतर होगा और मोबाइल इंटरनेट विकासशील देशों में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। उन्होंने कहा कि भारत के बाहर भी एयरटेल प्रमुख ब्रांड बनने में सफल रहा है और भारत सरकार तथा दूरसंचार नियामक ट्राई की नीतियों के बगैर यह संभव नहीं होने वाला था।
मित्तल ने कहा कि सरकार के डिजिटल इंडिया और देश के सभी लोगों को सशक्त बनाने के अभियान के प्रति उनकी कंपनी कटिबद्ध है।