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नदी के कटाव से बचाव के उपाय की गुहार अनसुनी

दुर्गावती प्रखंड के कानपुर में कर्मनाशा नदी के साल दर साल कटाव की भेंट कई घर चढ़ गए। ग्रामीणों ने कटाव से बचाव के उपाय की अर्जी हर जगह लगाई,लेकिन अब तक शासन-प्रशासन ने इस दिशा में कोई पहल नहीं शुरू...

नदी के कटाव से बचाव के उपाय की गुहार अनसुनी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Aug 2015 08:27 PM
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दुर्गावती प्रखंड के कानपुर में कर्मनाशा नदी के साल दर साल कटाव की भेंट कई घर चढ़ गए। ग्रामीणों ने कटाव से बचाव के उपाय की अर्जी हर जगह लगाई,लेकिन अब तक शासन-प्रशासन ने इस दिशा में कोई पहल नहीं शुरू की। बरसात का मौसम आया तो गांव के और कई घरों के कटाव की जद में आने का खतरा बढ़ गया है।

नदी की धारा में गांव के आधा दर्जन घर समाहित हो गये हैं। उपाय न हुआ तो गांव के अस्तित्व के समाप्त होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। जिनके घर नदी में समा गए, वे गांव के पूरब अपना आशियाना बना लिये हैं तो कुछ लोग बना रहे हैं। जो लोग नदी के तट पर हैं वे भी मान बैठे हैं कि आज नहीं तो कल हमें भी नया आशियाना बनाना पड़ सकता है।

गांव के लोगों का कहना है कि नदी के कटाव को रोकने के लिये बोल्डर लगाने के लिये जिले के प्रशासनिक अफसरों व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगायी गयी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। अगर इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो कुछ दिनों में गांव का ही नहीं आसपास के गांवों का भी भूगोल बदल जायेगा ।

गांव के इन लोगों का घर नदी में समाहित हो चुका है
ओम प्रकाश तिवारी,नरेन्द्र सिंह,गोरख सिंह,भागवत सिंह,रामजनम सिंह,उमाशंकर सिंह,लालता तिवारी,बिहारी यादव,घरहू यादव इत्यादि का घर कर्मनाशा नदी के कटाव की भेंट चढ़ गया है, अगर इस वर्ष भी नदी में बाढ़ आयी तो गांव के बिहारी यादव, घुरहु यादव, विश्वनाथ शर्मा, दिनेश राम, राजेन्द्र राम, अजीत राम, नगीना देवी, शिवनाथ राम, जगदीश कुमार, शिवमुनी राम इत्यादि दर्जनों लोगों का घर नदी की धारा में विलीन होने का खतरा बढ़ गया है।

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