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नीतीश का जलवा बरकरार, गढ़ भेदने में विपक्षी नाकाम

रीना यादव की जीत ने यह साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश के गढ़ को भेदने में फिर एक बार विपक्षी दल नाकाम रहे। विधान सभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे विधान परिषद के परिणाम ने विपक्षी दिग्गजों को...

नीतीश का जलवा बरकरार, गढ़ भेदने में विपक्षी नाकाम
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 10 Jul 2015 08:17 PM
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रीना यादव की जीत ने यह साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश के गढ़ को भेदने में फिर एक बार विपक्षी दल नाकाम रहे। विधान सभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे विधान परिषद के परिणाम ने विपक्षी दिग्गजों को औंधे मुंह गिरा दिया। जिले में महागठबंधन का नया फॉमूला और विकास का जादू पूरी तरह सफल होता दिख रहा है। हालांकि इस चुनाव में जाति फैक्टर भी खूब हावी रहा। चूंकि इस चुनाव में सीमित लोग ही वोटर होते हैं। इस कारण उन वोटरों की ‘सेवा’ करने की प्रथा का पालन भी अभ्यर्थियों ने बखूबी किया।

हालांकि राजनीति के मंझे लोगों की मानें, तो इस चुनाव में जाति, प्रत्याशी, पार्टी का समर्थन और प्रत्याशियों के विवेक के अलावा कई अन्य फैक्टर भी काम करता है। इस कारण इसके परिणाम का विधान सभा चुनाव पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन राजग गबठंधन के लोग केन्द्र और राज्य में एक ही पार्टी अथवा गठबंधन की सरकार रहने से विकास की धीमी होती प्रगति में गति आने की बात कही जा रही थी। वहीं दूसरी ओर, महागठबंधन से जुड़े दिग्गजों द्वारा नीतीश कुमार के साथ ही दस साल के शासन काल में किये गये विकास कार्यों को भुनाने का भरसक प्रयास किया गया।

पति की जगह पत्नी ने ली
रीना यादव की जीत से भले ही पक्ष के नेता इसे महिला सशक्तीकरण का नाम दे रहे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। पहले जदयू ने राजेश कुमार सिंह उर्फ राजू यादव को समर्थन दिया था। उन्होंने लाव-लश्कर के साथ नामांकन का पर्चा दाखिल किया। लेकिन नामांकन की अंतिम तिथि के एक दिन पहले उन्हें अथवा उनके पार्टी के आलाकमान को यह अहसास हुआ कि राजू यादव का पर्चा रद्द हो सकता है। आखिरकार आनन-फानन में नामांकन के अंतिम दिन राजू यादव की पत्नी रीना यादव ने पर्चा दाखिल किया।
कमोबेश यही हाल दूसरे नंबर पर रहे डॉ. कुमार सुमन सिंह उर्फ डॉ. रंजीत कुमार की पत्नी दीपिका कुमारी का भी रहा। दीपिका कुमारी को भी राजू यादव की तरह पर्चा रद्द होने का भय सताने लगा। डॉ. रंजीत कुमार ने अंतिम दिन नामांकन का पर्चा भरा।

वोटों के फासले पर जिले के दिग्गज कर रहे मंथन
विजयी प्रत्याशी रीना यादव के पति राजू यादव पिछली दफा 2,005 वोट लाकर विजयी हुए थे। इस बार उनकी पत्नी रीना यादव को कुल 2,100 वोट आये।  राजू यादव राजद-लोजपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी थे, जबकि रीना यादव महागठबंधन की समर्थित उम्मीद्वार बनीं। लेकिन दूसरे नंबर पर रहे डॉ कुमार पुष्पंजय से राजू यादव 672 वोट अधिक लाये थे। इस बार उनकी पत्नी रीना यादव ने 673 वोटों से बढ़त बनाया। पिछली दफा की तुलना में एक वोट अधिक आना राजनीतिज्ञों को यह सोचने पर विवश कर रहा है कि यूपीए और महागठबंधन में वोटों के प्रतिशत में समानता है।

नालंदा विधान परिषद चुनाव
1. रीना यादव    जदयू   2,100
2. डॉ. कुमार सुमन सिंह  लोजपा    1,427
3. धीरेन्द्र कुमार   निर्दलीय  268
4. अनिल पटेल   माले   29
5. नूतन कुमारी   निर्दलीय  04
6. रीना कुमारी    निर्दलीय  03
7. सतेन्द्र पासवान   निर्दलीय   05
8. नोटा     ----   03
9. रद्द    -----   228
कुल पड़े वोट    --------- 4,067

 

 

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