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स्वाभिमान रैली नहीं, अपमान रैली: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा जनता दल (यू) महागठबंधन की आज पटना में हुई स्वाभिमान रैली को 'अपमान रैली' करार देते हुए कहा कि इससे बिहार के लोगों का अपमान हुआ...

स्वाभिमान रैली नहीं, अपमान रैली: भाजपा
एजेंसीSun, 30 Aug 2015 06:50 PM
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भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा जनता दल (यू) महागठबंधन की आज पटना में हुई स्वाभिमान रैली को 'अपमान रैली' करार देते हुए कहा कि इससे बिहार के लोगों का अपमान हुआ है।

केंद्रीय संचार मंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में अपने इन प्रतिद्वंदी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि रैली में मंच पर परिवारवाद, अवसरवाद, भ्रष्टाचार तथा अपराध एक साथ दिखाई दिया। यह बिहार के लोगों का अपमान है, इसलिए यह स्वाभिमान रैली नहीं, अपमान रैली है।

उन्होंने कहा कि रैली में एक अजीब बात यह भी देखने को मिली कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लालू प्रसाद यादव के 15 साल के राज को सुशासन बताया जो सरासर बिहार का अपमान है। सोनिया गांधी को क्या यह नहीं मालूम है कि लालू प्रसाद को चारा घोटाले में सजा चुकी है तथा करोड़ों रुपए के अलकतरा घोटाले की सीबीआई जांच चल रही है। इस रैली में मंच पर हताश लोगों की जमात थी जो लंबे समय से हार का मुंह देख रहे हैं। ये लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लगातार जीत को पचा नहीं पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के 15 साल के शासन में एक भी बड़ा उद्योग राज्य में नहीं लग पाया और दूसरी तरफ नीतिश कुमार के नौ वर्ष के शासन का भी यहीं हाल है। दोनों के शासन काल में एक भी कॉलेज नहीं खुला। यही कारण है कि बिहार के छात्रों को दूसरे राज्यों में जाकर शिक्षा हासिल करनी पड़ रही है।

संचार मंत्री ने कहा कि रैली में एक और अजीब चीज देखने को मिली कि सोनिया गांधी, तथा नीतीश कुमार ने तो लालू के शासन को प्रमाण पत्र दे दिया लेकिन लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार के शासन के बारे एक भी शब्द नहीं कहा। इस रैली से यह साफ हो गया कि महागठबंधन में सोनिया गांधी सपोर्टिंग भूमिका में हैं तथा नीतिश कुमार मुखौटा हैं और लालू प्रसाद सूत्रधार तथा मुख्य अभिनेता की भूमिका में हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज मन की बात में भूमि अधिग्रहण पर फिर से अध्यादेश नहीं लाने की बात किसानों के हितों को ध्यान में रखकर कही। उन्होंने हमेशा लोगों के हित में काम किया है इसलिए सरकार के इस कदम को पीछे हटना नहीं कहा जा सकता।


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पूरी दुनिया ने देखा कि भारत ने आतंकवाद के साथ समझौता नहीं किया है। सीमा की रक्षा में लगे जवानों के पीछे भी सरकार ताकत के साथ खड़ी है।

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