टेस्ट क्रिकेट को बढ़वा देने के लिए सात सदस्यों को आईसीसी देगा एक करोड़ डॉलर
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) सात पूर्णकालिक सदस्य बोर्ड को टेस्ट क्रिकेट फॉरमैट को मजबूत और लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से टेस्ट क्रिकेट कोष के तहत अगले आठ सालों में एक करोड़ डॉलर की राशि...
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) सात पूर्णकालिक सदस्य बोर्ड को टेस्ट क्रिकेट फॉरमैट को मजबूत और लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से टेस्ट क्रिकेट कोष के तहत अगले आठ सालों में एक करोड़ डॉलर की राशि वितरित करेगा।
पिछले साल भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के आईसीसी की संचालन परिषद में प्रभुत्व हासिल करने के बाद टेस्ट क्रिकेट कोष बनाने की घोषणा की गई थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के अलावा वैश्विक क्रिकेट संस्था जनवरी 2016 से हर साल अगले आठ सालों तक यह राषि वितरित करेगा।
प्रत्येक सदस्य को हर साल 12.5 लाख डॉलर मिलेंगे। मौजूदा घोषणा से साफ है कि प्रत्येक सदस्य को आठ सालों की समयसीमा में कुल एक करोड़ डॉलर मिलेंगे। हालांकि यह राशि 1.25 करोड़ की उस वित्तीय मदद से कम है जिसकी घोषणा पिछले साल ईसीबी के अध्यक्ष और आईसीसी में कार्यकारी समिति के सदस्य जाइल्स क्लार्क ने की थी।
आईसीसी की योजना टेस्ट क्रिकेट कोष से जनवरी की शुरुआत में ही करीब छह लाख डॉलर के भुगतान की है जबकि बाकी के छह लाख 50 हजार डॉलर की राशि जुलाई तक छोटे सदस्य देशों को की जाएगी। आईसीसी वर्ष 2023 तक सदस्य देशों को वर्ष में दो बार राशि का भुगतान करेगा।
आईसीसी ने कहा कि उनकी योजना शीर्ष तीन क्रिकेट देशों के अलावा बाकी सदस्य देशों में भी टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रिय और मजबूत बनाने की है। लेकिन सभी क्रिकेट बोर्ड पहले ही वर्ष 2023 तक के लिए अपने कार्यक्रम को तय कर चुके हैं, ऐसे में टेस्ट क्रिकेट कोष के इस्तेमाल की संभावना कम है। लेकिन उम्मीद है कि क्रिकेट बोर्डों को इस भुगतान से अपने टेस्ट सीरीज के दौरान हुए नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी।
हालांकि आईसीसी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि इस कोष का इस्तेमाल बोर्ड कैसे करेंगे और टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने में उनकी जवाबदेही कैसे तय की जाएगी।