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फिर से टीवी, ना बाबा ना! यामी गौतम

‘विक्की डोनर’ की सफलता के बावजूद आपका करियर रफ्तार नहीं पकड़ पाया? गैर-फिल्मी परिवार की होते हुए भी मुझे जो काम मिल रहा है, वह अच्छा ही है। मुझे लगता है कि मेरा करियर सही दिशा में आगे...

फिर से टीवी, ना बाबा ना! यामी गौतम
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Nov 2014 12:05 PM
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‘विक्की डोनर’ की सफलता के बावजूद आपका करियर रफ्तार नहीं पकड़ पाया?
गैर-फिल्मी परिवार की होते हुए भी मुझे जो काम मिल रहा है, वह अच्छा ही है। मुझे लगता है कि मेरा करियर सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। एक कलाकार के तौर पर हमारी मंशा रहती है कि हमारी फिल्म और परफॉर्मेस को सराहा जाए। दूसरी फिल्म में काम करने का मौका मिले। लोगों ने मेरे अभिनय की तारीफ की। मैं तो ईश्वर के साथ-साथ अपने प्रशंसकों की भी शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे पसंद किया। ‘विक्की डोनर’ के बाद मैंने ‘टोटल सियापा’ की, जो बॉक्स ऑफिस पर खास सफल नहीं रही। लेकिन इसी बीच मेरी तमिल व तेलुगू फिल्मों ने अच्छी सफलता हासिल की। अब अजय देवगन के साथ मेरी फिल्म रिलीज होने जा रही है, जिससे मुझे काफी उम्मीदे हैं। इसके अलावा मैं वरुण धवन और जॉन अब्राहम के साथ भी फिल्में कर रही हूं। 

इन दिनों ‘धूम धाम.’ गीत की बड़ी चर्चा है, जिसमें आपने अजय देवगन के साथ प्रेम का पाठ पढ़ा है?
यह रोमांटिक गाना है। इस गाने की शूटिंग बहुत मुश्किल थी। यह गाना ऑस्ट्रिया में माइनस दस डिग्री में फिल्माया गया। कितनी ठंड रही होगी, इसका आप अंदाजा लगा सकते हैं। वैसे अजय देवगन के साथ और प्रभुदेवा के निर्देशन में काम करना शानदार अनुभव रहा। प्रभुदेवा बेहतरीन कोरियोग्राफर और निर्देशक हैं।

एक तरफ आप अजय देवगन के साथ फिल्म कर रही हैं, तो दूसरी तरफ पुलकित सम्राट जैसे नये कलाकार के साथ फिल्म करने जा रही हैं?
इसमें गलत क्या है! यह सच है कि मैं दिव्या खोसला कुमार के निर्देशन में नई फिल्म करने जा रही हूं, जिसमें मेरे हीरो पुलकित सम्राट हैं। मेरी तरह उन्होंने भी अपने करियर की शुरुआत टीवी से ही की थी। अब टीवी बड़ा माध्यम बन चुका है। मुझे लगता है कि अब जिसे जिस माध्यम में काम करने की इच्छा हो, वह उस माध्यम में काम कर सकता है। आखिर यह आपका करियर है। आपकी जो इच्छा हो, वही काम आपको करना चाहिए। मैने कभी भी टीवी और फिल्म में फर्क नहीं किया।

गैर-फिल्मी पृष्ठभूमि से होने की वजह से फिल्म इंडस्ट्री में क्या मुश्किलें झेलनी पड़ीं?
मैं बहुत अंतर्मुखी इंसान हूं। लोगों से जल्दी से घुल-मिल पाना मेरे लिए संभव नहीं होता। यूं तो मैं मजाकिया हूं, पर मेरा वह स्वभाव सिर्फ परिवार के लोगों के बीच ही उभर कर आता है, इसलिए फिल्म इंडस्ट्री की जिंदगी मेरे लिए बहुत कठिन रही, पर मैंने एडजस्ट करना सीख लिया है। अब तो कोई समस्या नहीं है। पर मुझे तो अभी भी अपने प्रशंसकों को ऑटोग्राफ देने में संकोच होता है।

क्या फिर से टेलीविजन पर काम करना चाहेंगी?
अब टीवी धारावाहिकों में काम करना मेरे लिए संभव नहीं है। लेकिन किसी रोचक रियलिटी शो का ऑफर आए तो सोच सकती हूं। मेरे मन में टीवी को लेकर काफी इज्जत है। मेरे लिए टीवी हमेशा खास रहेगा।

क्या अब भी आप तमिल और तेलुगू फिल्में कर रही हैं?
मुझे अच्छा काम करना है। भाषा से मुझे कोई परहेज नहीं। 2014 में मैंने तमिल और तेलुगू की तीन फिल्में की हैं। मेरे लिए कहानी व किरदार अहमियत रखते हैं।

आपको लगता है कि सिनेमा में आए बदलाव से नए कलाकारों को फायदा हुआ है?
जी हां। सिनेमा में आए बदलाव की ही वजह से मुझे भी ‘विक्की डोनर’ जैसी फिल्म से ब्रेक मिला। दर्शक भी अब इस तरह की फिल्म देखने लगे हैं। दर्शक नयी प्रतिभाओं को स्वीकार कर रहे हैं। इस बदलाव से मैं बहुत खुश हूं।

आपकी फिटनेस का राज?
मै हर दिन सुबह उठ कर योगाभ्यास करती हूं। ढेर सारा पानी पीती हूं।

किस तरह के किरदार निभाना चाहती हैं?
पीरियड फिल्म करने की तमन्ना है। ‘मुगल-ए-आजम’ जैसी कॉस्टय़ूम और ड्रामा वाली फिल्म करने की तमन्ना है। मैं ‘ग्लैडिएटर’ जैसी फिल्में भी करना चाहती हूं। कुछ अलग तरह का काम करने की इच्छा है। अच्छे निर्देशकों के साथ विविधतापूर्ण किरदार निभाने की तमन्ना है। वैसे मैंने अब तक तो अलग तरह का ही काम किया है।

किन निर्देशकों के साथ काम करना चाहती हैं?
नीरज पांडे, राजकुमार हिरानी, सुजॉय घोष। नाम गिनाने बैठी तो लिस्ट बहुत लंबी हो जाएगी।

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