राष्ट्रमंडल खेलों में छाईं ऐश्वर्या राय
राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन के अलावा हिंदी फिल्म जगत की प्रख्यात अभिनेत्री और पूर्व विश्व सुंदरी ऐश्वर्या राय बच्चन का अंदाज भी इन दिनों ग्लासगो में छाया हुआ है। ग्लासगो...
राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन के अलावा हिंदी फिल्म जगत की प्रख्यात अभिनेत्री और पूर्व विश्व सुंदरी ऐश्वर्या राय बच्चन का अंदाज भी इन दिनों ग्लासगो में छाया हुआ है। ग्लासगो पहुंचीं ऐश्वर्या राय की हेयरस्टाइल ने खासकर खूब चर्चा बटोरी।
ऐश्वर्या राय स्विट्जरलैंड की घड़ी निर्माता कंपनी लॉन्जाइंस के प्रचार के लिए यहां पहुंची थीं। लॉन्जाइंस राष्ट्रमंडल खेलों की आधिकारिक प्रायोजक कंपनियों में से एक है।
ऐश्वर्या ने अपने हेयरस्टाइल को किसी मधुमक्खी के छत्ते का लुक दिया था और काले रंग का कोट और बूट पहन रखा था। थोड़ी ही देर में उनका यह अंदाज इंटरनेट पर चर्चा में छा गया।
राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में पहली बार एक खास केंद्र बनाया गया है। इसका मकसद एलजीबीटीआई (लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर और इंटरसेक्स) समूह के साथ सामाजिक और व्यक्तिगत स्तर पर होने वाले भेदभाव के प्रति जागरूकता फैलाना है।
इस खास केंद्र का नाम प्राइड हाउस रखा गया है। ग्लासगो शहर के अल्बियन स्ट्रीट पर स्थित इस विशेष केंद्र में खेलों के जरिए एलजीबीटीआई समाज से होने वाले भेदभाव को खत्म करने के लिए जागरूकता फैलाने की कोशिश की जा रही है।
इसे आम लोगों के लिए राष्ट्रमंडल खेलों के शुरू होने से एक दिन पहले 22 जुलाई को खोला गया था। अब तक कई मंत्री, खेल आयोजक और कार्यकर्ता इस केंद्र का भ्रमण कर चुके हैं।
यहां हर दिन थियेटर कार्यक्रम, वाद-विवाद, चर्चा, प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया जा रहा है।
राष्ट्रमंडल खेलों का आधिकारिक वेबसाइट गेम्सऑनस्कॉटलैंड डॉट ओआरजी भी खूब सफल साबित हुआ है। पिछले साल इसके शुरू होने के बाद हर दिन करीब 10 लाख से ऊपर लोग इस वेबसाइट को विजिट कर रहे हैं। इनमें 200,000 ऐसे हैं जो पहली बार इस वेबसाइट पर आ रहे हैं। साथ ही करीब 4,300 लोगों ने राष्ट्रमंडल खेलों में रोज होने वाली प्रतियोगिताओं की जानकारी के लिए खुद को वेबसाइट पर पंजीकृत भी कराया है।
राष्ट्रमंडल खेलों का एक मुख्य मकसद बच्चों और युवा पीढ़ी को शिक्षा और खेल का महत्व भी समझाना है। इसे देखते हुए स्कॉटलैंड के स्कूलों में राष्ट्रमंडल खेलों के करीब 1000 टिकट बांटे गए हैं ताकि बच्चों इन शानदार खेलों का अनुभव उठा सकें।