बिहार का चुनाव बना प्रतिष्ठा का प्रश्न, झारखंड के भाजपाइयों ने डाला बिहार में डाला
भाजपा आलाकमान ने बिहार चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। तरकस का कोई तीर पार्टी यहां चूकना नहीं चाहती। बिहार चुनाव को लेकर झारखंड में सियासी सक्रियता कम नहीं है। झारखंड के 200 वरिष्ठ...
भाजपा आलाकमान ने बिहार चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। तरकस का कोई तीर पार्टी यहां चूकना नहीं चाहती। बिहार चुनाव को लेकर झारखंड में सियासी सक्रियता कम नहीं है। झारखंड के 200 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं-नेताओं को बिहार में तैनात किया जा रहा है। जिला स्तर से ऊपर के नेता और कार्यकर्ताओं को बिहार की 83 विधानसभा सीटों की जिम्मेवारी सौंपी गयी है। दो तिहाई नेता बिहार में डेरा जमा चुके हैं। शेष कार्यकर्ता दो दिनों के अंदर अपनी-अपनी जगह पर पहुंच जाएंगे।
झारखंड भाजपाइयों के जिम्मे दक्षिण और मध्य बिहार के विधानसभा क्षेत्र हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दो-दो वरिष्ठ नेताओं को लगाया गया है। ये पटना शहर, गया, औरंगाबाद, रोहतास, भभुआ, आरा, नवादा, नालंदा, जमुई, भागलपुर, बांका के विधानसभा क्षेत्रों में अपना काम शुरू कर रहे हैं। एक पखवाड़ा पहले रांची में हुई पार्टी नेताओं की बैठक में बिहार चुनाव के लिए तैनात होनेवाले नेताओं-कार्यकर्ताओं की सूची तैयार कर ली गयी थी।
पटना में आज होगी बैठक : पटना में दो अगस्त को झारखंड भाजपा नेताओं के साथ बैठक होगी। इस बैठक में रणनीति तय की जाएगी कि अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में तैनात झारखंड के नेता स्थानीय पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे। मुख्यमंत्री रघुवर दास भी दो अगस्त को पटना पहुंचेंगे। बिहार भाजपा रघुवर दास का सम्मान समारोह आयोजित कर झारखंड सरकार के कामकाज को बिहार चुनाव में भुनाएगी। झारखंड से भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा समेत कई नेता विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार अभियान से जुड़ेंगे।
संघ के स्वयंसेवक भी तैनात होंगे : संघ के स्वयंसेवक भी अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात होंगे। हर बूथ पर इनकी नजर रहेगी। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ संघ के पदाधिकारी समन्वय बनाकर काम करेंगे। झारखंड से भी संघ के स्वयंसेवकों को अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।