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ऑनलाइन स्टार बनी रांची की नेत्रहीन बालिका टुंपा

रांची की छात्रा टुंपा कुमारी की आंखें नहीं, सुर बोलते हैं। जैसे ही वह सुन रहा है न तू...रो रही हूं मैं...गाती है, आसपास की हवा भी ठहर सी जाती है। लोग एक पल को उसकी आवाज की श्रेया घोषाल से तुलना करने...

ऑनलाइन स्टार बनी रांची की नेत्रहीन बालिका टुंपा
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 06 Jul 2015 11:58 PM
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रांची की छात्रा टुंपा कुमारी की आंखें नहीं, सुर बोलते हैं। जैसे ही वह सुन रहा है न तू...रो रही हूं मैं...गाती है, आसपास की हवा भी ठहर सी जाती है। लोग एक पल को उसकी आवाज की श्रेया घोषाल से तुलना करने लगते हैं। वह राजधानी के ब्रजकिशोर ब्लाइंड स्कूल की छात्रा है। अब तक अनजान रही टुंपा ऑनलाइन स्टार बन चुकी है। सोमवार को उससे बातचीत के लिए उसके स्कूल के आगे विभिन्न न्यूज चैनलों की ओवी वैनों की कतार लगी हुई थी।

फेसबुक पर टुंपा के गाए गीत के वीडियो को अब तक लगभग 23 हजार लोगों ने शेयर किया है, करीब चार लाख लोग उसका गाना सुन चुके हैं। 11 हजार से ज्यादा लोगों ने वीडियो को लाइक किया है। आलम यह है कि उसे मुंबई से गाने के ऑफर मिल रहे हैं तो हरियाणा से आंख देने की पेशकश हो रही है।

शुक्रवार की रात जब इस वीडियो को पोस्ट किया जा रहा था तो जरा भी आभास नहीं था कि इतिहास बनने जा रहा है। दिल को छू लेने वाली मखमली आवाज झारखंड की जमीं से उठकर पूरे देश और विदेश में भी छा जाने वाली है। सोशल मीडिया में लंबा वक्त गुजारने वाले विशेषज्ञों का भी मानना है कि किसी मुद्दे पर इतनी तेज प्रतिक्रिया और कहें तो सकारात्मक अभिव्यक्ति कम ही देखने को मिलती है।

ऐसे बदली किस्मत
पांच दिन पहले एक्सआइएसएस के छात्रों का एक दल रांची के बृजकिशोर नेत्रहीन बालिका विद्यालय सोशल वर्क के लिए गया था। इंट्रोडक्शन के दौरान नेत्रहीन बच्चे थोड़ा झिझक रहे थे। पहले तो सब चुप रहे। लेकिन जब बड़े भाइयों ने अपना परिचय देकर गाना गाया तो स्कूल के बच्चे भी खुल गये। इस दौरान सबने गाया लेकिन टुंपा के गाना शुरू करते ही सन्नाटा छा गया। न हॉरमोनियम था न तबला, न स्टूडियो का तामझाम, बस टुंपा की जादुई आवाज मंत्रमुग्ध कर रही थी।

दो मिनट 47 सेंकड का उसका यह गाना एक छात्र ने अपने मोबाइल से फिल्मा लिया और इतिहास बन गया। तीन जुलाई को जब फेसबुक पर यह वीडियो अपलोड हुआ तो हलचल मच गई। लाइक्स और कमेंट की बारिश जो शुरू हुई तो बाढ़ सी आ गई। जिसने भी ऑनलाइन गाना सुना वह टुंपा का कायल हो गया। दिल्ली के एक सज्जन तो आर्थिक मदद के अतिरिक्त गायन की शिक्षा पर होने वाला पूरा खर्च देने को तैयार हो गये।

खांटू धाम के मुकेश सांवरिया टुंपा को अपनी एक आंख तक देने को तैयार हैं। संगीत के कारोबार से जुड़े अनेक लोग टुंपा का पता जानने को बेताब दिखे। अनेक लोग टुंपा को फिल्म में इस हिट गाने को अपनी आवाज देने वाली श्रेया घोषाल से भी आगे आंक रहे हैं। नेत्रहीन टुंपा पिछले तीन साल से गाना सीख रही है और संगीत के चौथे साल में है। यह हर प्रकार के गाने गाती है। नए गानों में इसकी खासी रुचि है।

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