दूल्हेराजा ने चुना पहले सच्चे को, तब अच्छे को
बाजा-गाजा बारात संग दूल्हा सदियों से दुल्हन को लेने उसके घर पहुंचता है। सोचिये वो नजारा कैसा होगा जब दूल्हा अपनी बारात लेकर पहले वोट डालने मतदान केन्द्र पहुंचे और उसके बाद बारातियों संग अपनी...
बाजा-गाजा बारात संग दूल्हा सदियों से दुल्हन को लेने उसके घर पहुंचता है। सोचिये वो नजारा कैसा होगा जब दूल्हा अपनी बारात लेकर पहले वोट डालने मतदान केन्द्र पहुंचे और उसके बाद बारातियों संग अपनी जीवनसंगिनी को ब्याहने पहुंचे। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक मतदान केंद्र पर गुरुवार को उस समय बड़ा दिचचस्प नजारा देखने को मिला जब एक दूल्हा बारात के साथ वोट डालने पहुंचा। शेरवानी और कलगी वाली सुनहरी पगड़ी और गले में लाल दुशाले के खूबसूरत लिबास से सजे धजे मतदान केंद्र पहुंचे दूल्हे संदीप ने बताया कि संयोग से उनके विवाह का दिन और मतदान की तारीख एक ही है। सुयोग की वजह से न तो विवाह स्थगित करना उचित होगा और न ही मत देने के अपने कर्तव्य से पीछे हटना। इसलिए उन्होंने और उनके परिवार ने वोट देने के बाद ही शादी कार्यक्रम संपन्न कराने का फैसला लिया। अब चूंकि उनके पास समय बेहद कम है इसलिए उन्होंने इसी पोशाक में आने का फैसला किया। संदीप ने कहा कि उन्होंने भावी पत्नी से यही कहा है कि वोट देने का देश के प्रति हमारा कर्तव्य और अधिकार है उसे पूरा किया जाना चाहिए और उनका निवेदन है कि वह वोट अवश्य दें। लेकिन उन्होंने यह निर्देश नहीं दिया है कि वोट किसे दिया जाए। मत देने की उनकी अपनी समझ है। संदीप के हाथों में रची मेहंदी की लालिमा पर मतदान की स्याही लगाते समय सबने उसके कर्तव्य की भूरि भूरि प्रशंसा की। संदीप के बाद बारात ने वोट दिया और उनकी जीवनसंगिनी को घर लाने के लिए यात्रा पर रवाना हो गए।