लघु उचद्योगों में जान फूंक सरकार बचाएगी रोचागार
आर्थिक संकट के चलते असंगठित उद्योग क्षेत्र की मुनाफा कमाने की क्षमता में गिरावट और उससे संबंधित नौकरियों पर पड़े सबसे ज्यादा प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए सरकार ने कुछ कदम उठाये हैं। इस बाबत...
आर्थिक संकट के चलते असंगठित उद्योग क्षेत्र की मुनाफा कमाने की क्षमता में गिरावट और उससे संबंधित नौकरियों पर पड़े सबसे ज्यादा प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए सरकार ने कुछ कदम उठाये हैं। इस बाबत रिार्व बैंक ने देश के सरकारी बैकों को निर्देश जारी किया है। बैंको ने आरबीआई की मंशा पर अमल किया तो लघु एवं मझोले उद्योगों की हालत में भारी सुधार आ सकता है। इससे इन उद्योग क्षेत्रों में घटते रोगार स्तर को भी संभाला जा सकेगा। ध्यान रहे कि हाल ही में असंगठित उद्योग क्षेत्र पर गठित आयोग की ओर से जो रिपोर्ट पीएम को सौंपी उसमें इस बात की सिफारिश की गई है कि सरकार लघु उद्योगों की हालत सुधारने के लिए प्रभावी कदम उठाये। यही नहीं, आयोग ने सरकार से यह भी कहा है कि वह रोगार के मामले को बाजार की शक्ितयों के भरोसे न छोड़े। आरबीआई ने पिछले दिनों बीमार लघु इकाइयों की हालत सुधारने के लिए बैंकों को सुझाव दिया था लेकिन अब उसने नये निर्देशों में इस क्षेत्र की नाजुक हालत को पटरी पर लाने के लिए उसे लाभान्वित करने का दायरा बढ़ा दिया है। आरबीआई के मुताबिक जिन लघु एवं मझोली उद्योग इकाइयों को फिर से दुरुस्त किया जा सकता हो, उनके पुनर्वास यानी फिर से चालू करने की दिशा में तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।