खेल में खेल
इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में जो कमी थी, वह एक ब्लॉगर, ‘फेक आईपीएल प्लेयर’ ने पूरी कर दी। इस नाम से नेट पर आने वाले ब्लॉग को कौन लिख रहा है, इसमें तथ्य कितना है और कल्पना कितनी है, ये सब...
इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में जो कमी थी, वह एक ब्लॉगर, ‘फेक आईपीएल प्लेयर’ ने पूरी कर दी। इस नाम से नेट पर आने वाले ब्लॉग को कौन लिख रहा है, इसमें तथ्य कितना है और कल्पना कितनी है, ये सब सवाल अपनी जगह हैं, लेकिन इस ब्लॉग ने आईपीएल की ओर देखने का एक अलग नजरिया प्रस्तुत किया है जो जरूरी था। पहला आईपीएल आशातीत रूप से सफल था, इसलिए उसमें कई खामियों पर नजर नहीं गई। दूसर आईपीएल को अभी सफल या असफल कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन यह तो कहा ही जा सकता है कि पहले की तुलना में यह फीका है। इसलिए इसमें जो कुछ ठीक है, उतनी ही तवज्जो उसे भी मिल रही है, जो गड़बड़ हुआ। एक तो यह आईपीएल टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका में हो रहा है, इसलिए मैदानों पर ज्यादा भीड़ नहीं है, दूसर आर्थिक मंदी का प्रभाव भी दिख रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि भारत में लोकसभा चुनावों का वक्त है और भारतीय जनता ने यह साबित कर दिया है कि उसके लिए चुनाव ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। वैसे भी आईपीएल को गंभीर खेल माना नहीं जाता, इसे मनोरांन और व्यापार ज्यादा माना जाता है, इसलिए इसकी सफलता-असफलता खेल के पैमाने पर नहीं, बॉक्स ऑफिस के पैमाने पर तय होती है, और अभी तक बॉक्स ऑफिस थोड़ा मंदा ही चल रहा है। इसलिए आईपीएल की चर्चा कुछ विवादों को लेकर ही ज्यादा हुई है। सबसे पहला विवाद तो शाहरुख खान ने खड़ा किया, जब उन्होंने अपनी टीम की कप्तानी के सवाल पर सुनील गावस्कर से कुछ ज्यादा ही तीखी बातें बोल दीं। सुनील गावस्कर ने शायद उनका जवाब इसलिए नहीं दिया, क्योंकि वे आईपीएल की कमेंट्री टीम में हैं, लेकिन वे भी शायद तमाम दर्शकों की तरह इस बात का मजा ले रहे होंगे कि शाहरुख की कोलकाता नाइट राइडर्स टीम एक भी मैच कायदे से जीती नहीं और तालिका में सबसे नीचे है। इस आईपीएल में जिन दो अंग्रेज खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा पैसा देकर खरीदा गया था, वे दोनों ही स्वदेश लौट चुके हैं, और जब वे आईपीएल में खेल रहे थे तो भी कुछ खास रौशनी नहीं बिखेर रहे थे। पिछले आईपीएल के कई सितार इस बार चमक नहीं रहे हैं और पिछली बार की विजेता राजस्थान रॉयल टीम अब तक तो सिर्फ शाहरुख खान की टीम से ही ऊपर है। ऐसे में ‘फेक आईपीएल प्लेयर’ का विद्रोही और विवादी स्वर उस ग्लैमर को सही और संतुलित रौशनी में देखने पर मजबूर कर देता है।